Chhattisgarh news: रायपुर। रायपुर स्थित सेजबहार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में विगत एक महीने से स्ट्रीट लाइट और मेन रोड लाइट बंद है। सेजबहार हाउसिंग बोर्ड कालोनी अंधेरे में डूबी हुई है। जिससे हम कॉलोनी वासियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कालोनी में लगभग 14 सौ स्वतंत्र मकान हैं। शाम 6:00 के बाद अंधेरा होने की वजह से घर से महिलाएं बच्चे रोड पर नहीं निकल पा रहे हैं।
रोड पर अंधेरा होने के कारण असामाजिकतत्वों और आवारा पशुओं का डर बना हुआ है। आए दिन अंधेरे में रोड एक्सीडेंट हो रहे हैं। स्ट्रीट लाइट न होने की वजह से चोरी का डर बना हुआ है। बीते सप्ताह बारिश हो जाने के कारण सांप बिच्छू से परेशानी हो रही है। हालत यह है कि शहर के मोहल्लों व कई कॉलोनियों और चौराहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इससे रात के समय में रहवासियों को काफी परेशानी हो रही है। इसके अलावा पैदल यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। स्ट्रीट लाइट के अभाव में रात के समय लोगों को काफी परेशानी हो रही है। रात के समय में लोग सड़कों पर भ्रमण करने के लिए भी निकलते हैं। इसके अलावा सड़कों पर अंधेरा होने से अनहोनी घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। बकाया बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली कंपनी ने कालोनी का एक कनेक्शन काट दिया है।
महीने से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं
स्ट्रीट लाइट नहीं जलने की वजह से कालोनी के लोग करीब एक महीने से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। बिजली कंपनी कंपनी का कालोनी पर करीब 84 लाख रुपए बकाया है। तय समय पर भुगतान नहीं मिलने पर कंपनी के अधिकारियों ने कनेक्शन काट दिया। इसकी वजह से कालोनी का एक हिस्सा अंधेरे में डूबा हुआ है। इसके विरोध में कालोनी के युवाओं ने गुरुवार को मशाल रैली निकाली। कालोनी की बत्ती गुल होने की वजह से परेशान युवाओं ने गुरुवार रात मशाल रैली निकाली। युवाओं ने रैली के दौरान रहवासियों को अंधेरे में रखना बंद करो, बिजली बिल का बकाया 84 लाख रुपये भुगतान करो का नारा लगाते हुए हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों व कालोनी के रखरखाव का काम देख रहे समिति के पदाधिकारियों के साथ बिजली कंपनी का ध्यान आकृष्ट कराया। रैली में राहुल ठाकुर, दीपक नायडू, रोशन, रोहित, मुकेश, जगत, रोहित, नयन, चंदन समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
समिति पर मनमानी का आरोप
युवाओं ने सेजबहार जनकल्याण समिति पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया है। आरोप है कि साफ-सफाई का काम छोड़कर समिति के पदाधिकारी, रहवासियों से बदसलूकी, विवाद कर झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हैं। विरोध करने वालों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत करते हैं। पिछले दिनों ही विवाद का मामला थाने पहुंचा था, पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई की।