Raipur News: सेजबहार स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की वर्षों से लंबित समस्याओं को लेकर पांच वर्षों के अंतराल के बाद आमसभा का आयोजन किया गया। इस आमसभा में कॉलोनीवासियों ने हाउसिंग बोर्ड और कॉलोनी समिति के खिलाफ जमकर नाराजगी जताई। यह सभा जिला कलेक्टर गौरव सिंह, हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर कुंदन सिंह, और एडिशनल कमिश्नर एस.के. भगत के निर्देश पर आयोजित की गई, जिसमें हाउसिंग बोर्ड के उप आयुक्त पूनम चंद्र अग्रवाल की उपस्थिति रहे।
सभा के दौरान जैसे ही पूनम अग्रवाल कॉलोनी में पहुंचे, स्थानीय निवासियों ने उनसे कॉलोनी की जमीनी स्थिति का निरीक्षण करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कहा कि ” कालोनी के 1400 लोग नहीं है यहां कुछ लोगों को कॉलोनी नहीं मान सकता, मैं केवल सुनने आया हूं” इस पर जनता ने कड़ा ऐतराज़ जताया और कहा आप हमारी समस्या को हल नहीं कर सकते तो आप किसी और सक्षम अधिकारी को भेजिए लोगों ने एडिशनल कमीश्नर एस के भगत को भी फोन लगा दिया। सेजबहार ग्राम पंचायत की सरपंच कोमल जांगड़े, वार्ड की पंच लता सोनी और जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप यादव ने भी पूनम अग्रवाल से निवेदन किया कि वे जनता की बात समझने हेतु कॉलोनी का एक बार भ्रमण करें, लेकिन उनका आग्रह अस्वीकार कर दिया गया।
समिति के जवाबों से असंतोष,
पांच साल बाद हुई सभा में समिति के अध्यक्ष व सचिव को जब कॉलोनी की समस्याओं पर जवाब देने को कहा गया, तो उनके गोलमोल उत्तरों से लोग और भड़क उठे। बिजली विभाग का तीन साल से लंबित बिल, जल निकासी, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइट और स्वच्छता जैसे कई मुद्दों पर समिति कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकी।
राहुल ठाकुर ने कहा, “जब समिति के पदाधिकारी ही टैक्स नहीं भर रहे, तो आम जनता से कैसे अपेक्षा की जा रही है? कई लोगों के नल कनेक्शन काटे जा रहे हैं जबकि खुद समिति सदस्य बकायादार हैं।”
दीपक नायडू ने कहा,“जब हाउसिंग बोर्ड ने 430 रुपये की राशि अलग-अलग (200+230 )की है, तो इसे एकमुश्त क्यों वसूला जा रहा है? कॉलोनीवासी जब भी पानी का बिल भरने जाते हैं, तो उनसे केवल पानी का शुल्क नहीं, बल्कि एलएमसी भी जबरन लिया जा रहा है, जबकि कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है और मेंटेनेंस के नाम पर कोई कार्य नहीं हो रहा।”
लोगों ने समिति की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि “अगर बकाया टैक्स की लिस्ट जारी की जा सकती है, तो आय-व्यय का हिसाब भी सार्वजनिक क्यों नहीं किया जाता? यह जनता के विश्वास की बात है।”
कॉलोनी की समस्या को लेकर कौशल स्वर्णबेर, राम शर्मा, मनजीत मनोज त्रिपाठी रामप्रसाद राव लोकेंद्र तोमर नयन तिवारी अखिलेश द्विवेदी सुनील ठाकुर सहित कई रहवासियों ने कॉलोनी की मुद्दों पर सवाल उठाएं
इन मुद्दो पर हुई चर्चा
• 3 वर्षों से बकाया बिजली बिल
• नाली, सड़क, और साफ-सफाई की लचर व्यवस्था
• समिति की निष्क्रियता हाउसिंग बोर्ड की चुप्पी
• समिति के आय-व्यय सार्वजनिक करने की मांग
• आर्थिक गड़बडी की जांच
• कॉलोनी को ग्राम पंचायत में हस्तांतरण की मांग
सेजबहार ग्राम पंचायत के सरपंच कोमल जांगड़े ने अपने घोषणा पत्र के वादे को दोहराते हुए कहा कि ” कालोनी का सेजबहार ग्राम पंचायत में हस्तांतरण। टैक्स को आधा कराना। जो सुविधा बस्ती में मिल रही है वह सभी कालोनीवासियों को दिया जाएगा। किंतु उससे पहले समिति के अध्यक्ष और हाउसिंग बोर्ड से मैं यह पूछना चाहूंगा की बिजली विभाग का बिल 3 साल से बकाया क्यों है
सेजबहार ग्राम पंचायत की वार्ड 20 की पंच लता सोनी ने भी आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं का समयबद्ध समाधान होगा, जबकि जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप यादव ने स्पष्ट रूप से कहा, “हाउसिंग बोर्ड ने लोगों को मकान देकर उनके हाल पर छोड़ दिया है। यदि बीते 5 वर्षों में एक बार भी सुनवाई हुई होती, तो हालात आज ऐसे नहीं होते।” उन्होंनें आगे कहा जनता की मांग है समिति पर भरोसा नहीं है हाउसिंग बोर्ड को पैसा दे रहे हैं आप पैसा लीजिए उससे बिजली बिल पटाइए और ग्राम पंचायतको कॉलोनी को हैंडओवर
Apr 19, 2025कॉलोनी को ग्राम पंचायत को हैंडओवर
आप सभी की समस्याओं को हम उच्च अधिकारियों को अवगत कराएंगे। चूंकि जनता अब समिति पर विश्वास नहीं कर रही है, इसलिए हम एक अलग खाता खोल रहे हैं, जिसमें जनता भुगतान करे। जैसे ही पर्याप्त भुगतान होगा, हम एक सप्ताह में कॉलोनी को ग्राम पंचायत को हैंडओवर कर देंगे।पूनम चंद्र अग्रवाल