saroj panday and jyotsana mahantसरोज पांडेय और ज्योत्सना महंत

Korba Lok Sabha Elections 2024: कोरबा। छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल सीट बन चुकी है। यहां कांग्रेस को प्रदर्शन दोहराने और भाजपा को अपनी साख बचाने का दबाव है। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की ओर से ज्योत्सना महंत चुनाव लड़ीं थीं और सांसद भी बनी थीं।

वर्तमान में वह दोबारा इस सीट पर कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। जबकि भाजपा की ओर से तेजतर्रार नेत्री सरोज पांडेय चुनावी मैदान में हैं। सरोज भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। ऐसे में यहां भाजपा को अपनी साख बचाने की चिंता है। कोरबा हारी हुई सीट है इसलिए यहां भाजपा-कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच भी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है।

भाजपा की ओर से सरोज पांडेय तीसरी बार लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं, इसके पहले सरोज दुर्ग नगर निगम की महापौर, विधायक और सांसद रहीं हैं। भाजपा में जहां सरोज को सम्मान के साथ ”दीदी” पुकारा जाता है वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत की धर्मपत्नी होने के नाते ज्योत्सना महंत को कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता सम्मान के रूप में उन्हें ”भाभी” पुकारते हैं। प्रदेश भाजपा के सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल कहते हैं कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के नेता व वर्तमान नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत कहते हैं कि हमें मोदी का सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए । वह विकास की बात नहीं करते हैं। कोरबा की जनता यह जानती है कि सरोज दीदी पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व काे भी पूर्ण भरोसा है और वह कोरबा की आवाज देश में उठाएंगी। इसलिए सरोज दीदी को जनता मत देगी और वह प्रचंड मतों से जीतने जा रही हैं।

कोरबा सीट का सियासी समीकरण

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर कहते हैं कि ज्योत्सना महंत और महंत परिवार का कोरबा लोकसभा क्षेत्र की जनता के साथ पारिवारिक संंबंध हैं। उनके क्षेत्र में समर्थक, कार्यकर्ता व जनता उन्हें सम्मान से ”भाभी” पुकारते हैं। यह परिवार हमेशा से कोरबा की जनता के सुख-दुख में शामिल होते हैं और पूरे क्षेत्र को को परिवार की तरह मान-सम्मान देते हैं। कोरबा की जनता का भरपूर स्नेह मिलता है। इस बार भी कोरबा की जनता का विश्वास ज्योत्सना महंत के प्रति है। वह पिछले बार की तुलना में अधिक मतों से चुनाव जीतने जा रही हैं। कोरबा लोकसभा सीट 2009 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई है। इस सीट पर अब तक हुए तीन चुनाव में दो बार कांग्रेस की जीत हुई। 2009 में कांग्रेस के डा. चरण दास महंत, 2014 में भाजपा के डा. बंशीलाल महतो और 2019 के चुनाव में कांग्रेस की ज्योत्सना महंत जो कि अभी भी सांसद हैं, उन्होंने चुनाव जीता था। विधानसभा सीटों के आंकड़ों से देखें तो छह सीट पर भाजपा, एक-एक में गोंडवाना-कांग्रेस इस लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा क्षेत्र (सामान्य- चार, अजजा- चार) आते हैं। इनमें भरतपुर-सोनहत, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, कोरबा, कटघोरा, मरवाही में भाजपा के विधायक हैं। जबकि रामपुर में कांग्रेस और पाली-तानाखार में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विधायक हैं।

May 2, 2024